जानिए क्या है व्यक्तित्व के मनोवैज्ञानिक पक्ष // Psychology //

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 व्यक्तित्व मनोविज्ञान में, व्यक्तित्व को एक व्यक्ति की विशिष्ट विशेषताओं, भावनाओं, विचारों और व्यवहारों के एक जटिल और स्थायी पैटर्न के रूप में परिभाषित किया जाता है। यह एक व्यक्ति के सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के तरीके को प्रभावित करता है।



व्यक्तित्व के मनोवैज्ञानिक पक्ष को समझने के लिए, मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व के विभिन्न सिद्धांतों को विकसित किया है। इन सिद्धांतों को व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करके व्यक्तित्व की प्रकृति और विकास को समझने का प्रयास किया जाता है।

व्यक्तित्व के कुछ प्रमुख सिद्धांतों में शामिल हैं:

  • विभिन्न व्यक्तित्व लक्षण: इस सिद्धांत के अनुसार, व्यक्तित्व विभिन्न व्यक्तित्व लक्षणों से बना होता है। ये लक्षण लोगों को एक दूसरे से अलग करते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ लोग आंतरिक रूप से प्रेरित हो सकते हैं, जबकि अन्य बाहरी रूप से प्रेरित हो सकते हैं। कुछ लोग असुरक्षित हो सकते हैं, जबकि अन्य आत्मविश्वासी हो सकते हैं।
  • व्यक्तित्व संरचना: इस सिद्धांत के अनुसार, व्यक्तित्व एक जटिल संरचना है जिसमें विभिन्न पहलू शामिल होते हैं। इन पहलुओं में व्यक्तित्व के गुण, मूल्य, विश्वास और लक्ष्य शामिल हैं। ये पहलू एक दूसरे से संबंधित होते हैं और व्यक्ति के व्यवहार को प्रभावित करते हैं।
  • व्यक्तित्व विकास: इस सिद्धांत के अनुसार, व्यक्तित्व समय के साथ विकसित होता है। यह विकास आनुवंशिकी, पर्यावरण और व्यक्तिगत अनुभवों के संयोजन के कारण होता है।

व्यक्तित्व के मनोवैज्ञानिक पक्ष को समझने के लिए, मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व का मापने के लिए विभिन्न तरीकों का विकास किया है। इन तरीकों में व्यक्तित्व परीक्षण, साक्षात्कार और आत्म-रिपोर्ट शामिल हैं। व्यक्तित्व परीक्षण लोगों को व्यक्तित्व लक्षणों के बारे में उनकी राय प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। साक्षात्कार लोगों को व्यक्तित्व के बारे में उनकी राय प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। आत्म-रिपोर्ट लोग अपने व्यक्तित्व के बारे में अपनी राय प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

व्यक्तित्व के मनोवैज्ञानिक पक्ष को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें दूसरों के व्यवहार को बेहतर ढंग से समझने और उनसे अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में मदद कर सकता है। यह हमें खुद को बेहतर ढंग से समझने और अपनी क्षमताओं और कमजोरियों को पहचानने में भी मदद कर सकता है।

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यह लेख  लखनऊ यूनिवर्सिटी , लखनऊ से बी.ए एल.एल.बी कर रहे छात्र  Justin Marya द्वारा  कई वेबसाइट की मदद से लिखा गया है। 

This article has been written by Justin Marya, a student of BA LLB from Lucknow University, Lucknow with the help of various websites.

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